9GB Zindagi
शायर को उम्र से यूँ भी क्या चाहिए? इश्क़, ग़ुरूर और मजाल काफ़ी है
Thursday, March 15, 2012
दूर
कुछ तो ऐसा मेरे लफ्ज़ ज़रूर कहते हैं
जो सुनने वाले इनसे दूर-दूर रहते हैं
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment