शायर को उम्र से यूँ भी क्या चाहिए?
इश्क़, ग़ुरूर और मजाल काफ़ी है
Thursday, July 7, 2011
छायावाद एक सदी बीत चुकी है छायावाद को बीते न तो आजकल इस में कोई नए कवि आये हैं, और न ही अब पहले के कवियों की बात होती है. क्या आप सब में से कोई है जो छायावाद में लिखता है? आपका क्या सोचना है छायावाद के बारे में ?
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