ये जो 'Silent type' के लोग होते हैं,
बड़े हरामज़ादे होते हैं ।
आये Party में, कोना मलक लिया,
फिर न हिलेंगे वहां से,
आप host हो, जिसने बुलाया था, तो अब भुगतो ।
आप पूछोगे - "Starters ले लो"
जवाब में सिर्फ गर्दन हिला कर 'न' कर देंगे ।
आप पूछोगे - "Drink ले लो"
जवाब - "मैं पीता नहीं"
न खाओगे, न पियोगे, न बकोगे,
तो क्या आँखें सेखने आये थे भाई,
दे दो police में,
आज कल तो पहले से ज्यादा थाने होते हैं ।
ये जो 'Silent type' के लोग होते हैं,
बड़े हरामज़ादे होते हैं ।
सारे पैंतरे होते हैं इनके पास,
mostly diet पर होते हैं
शराब नहीं पीते,
और हाँ आठ बजे के बाद, dinner भी नहीं करते
बताओ - इतने लफड़े हैं, तो आये क्यूँ हो यार ।
इनको देख कर उस film का नाम याद आता है
"कब तक चुप रहूंगी"
आज कल तो ये - "कब तक चुप रहूँगा" हो गया है ।
दरअसल बात ये है की इनके हिसाब से,
कोई इनके level का ही नहीं होता,
ये खुद को Einstein/Salaman Rushdie की छठी औलाद जो समझते हैं ।
इनके अन्दर क्या चलता है राम जाने,
क्या है इनका secret काम जाने ।
जो भी हो,
वो रहेंगे 'silent type' क्यूंकि देश आज़ाद है, उनका ये हक़ है ।
हम तो इनके बारे में लिखते रहेंगे, क्यूंकि देश आज़ाद है
और हमें बोलने का हक़ है ।
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