Sunday, September 11, 2011

छत

पक्की छत से
बारिश के पानी की एक बूँद टपकने लगी थी
कई सालों में पहली बार,
बारिशों से मोहब्बत होने लगी थी ।
बूँद से, सारे कमरे में नमी रहती,
सीलन से शिकायत... पर बरसातों के बाद,
साल भर उसकी कमी रहती ।
पिछली बारिश के बाद,
छत को फिर से पक्का कर दिया
इस बरस, बारिश शायद कुछ कम खूबसूरत लगे ।

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