9GB Zindagi
शायर को उम्र से यूँ भी क्या चाहिए? इश्क़, ग़ुरूर और मजाल काफ़ी है
Sunday, June 15, 2014
कल घर से निकला तो था मंदिर जाने को
रास्ते में देखा मस्जिद Lights से सजी है
बस तो मस्जिद की गली मुड़ गया
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